देखने योग्य स्थल
अमरोहा
अमरोहा शहर नव निर्मित ज़िले का मुख्यालय है जो मुरादाबाद मण्डल से 30 किलोमीटर की दुरी पर है। लखनऊ-दिल्ली रेलवे लाइन पर स्थित है पश्चिम में मुरादाबाद तथा पूर्व दिशा में दिल्ली के लियों को प्रचुर मात्रा में वाहन तथा रेल गाड़िया उपलब्ध है। ऐसा कहा जाता है कि जनरल शारफुद्दीन यहां आए थे और स्थानीय लोगों ने आम और मछलियों को प्रस्तुत किया था। इस प्रकार उन्होंने शहर का नाम आम-रोहू रख दिया जिसे अब अमरोहा कहा जाता है। यह भी कहा जाता है कि इस शहर को 3000 साल पहले अमरजिद द्वारा बनाया गया था | हस्तिनापुर की तरह ही दिल्ली के राजा पृथ्वी राज की बहन अम्बा देवी के पुनर्निर्माण के बाद वहां मौजूद थे। बाद में यह तुगिस का राज्य बन गया जो मुगल के आगमन तक तुगिस ने यहां शासन किया। अमरोहा के महत्वपूर्ण स्थान निम्नलिखित हैं:
वासुदेव मन्दिर और तुलसी पार्क
बायें का कुआ
नसीरुद्दीन साहिब की मजार
दरगाह भूरे शाह
मजार शाह विलायत साहब
गजरौला
गजरौला राष्ट्रीय राजमार्ग नम्बर 24 में स्थित है। यह स्थान मुरादाबाद से 53 किलोमीटर और दिल्ली से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर है। यह शहर महत्वपूर्ण औद्योगिक शहर के रूप में विकसित
हो रहा है। कई कुटीर व लघु उद्योग जैसे हिन्दुस्तान लीवर का शिवालिक सेलोलॉस, चड्डा रबर, वाम ओरगेनिक आदि यहां पर स्थित है।
तिगरी
गंगा नदी पर स्थित तिगरी अमरोहा से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर है। प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहां प्रसिद्ध गंगा मेले का आयोजन किया जाता है। लाखों की संख्या में भक्त इस पवित्र
जल में स्नान करने के लिए आते हैं।